<図書>
श्रीमज्जैमिनिप्रणीते मीमांसादर्शने : प्रथमाद्यायस्य तर्कपादनामा प्रथमपादः : मीमांसाकण्ठीरवमीमांसारत्नेत्यादिपदवीभूषितश्रीवैद्यनाथशास्त्रिप्रणीत प्रभाभिधव्याख्यासमेतशाबरभाष्योपेतः / वैद्यनाथशास्त्रिचरणान्तेवासिभिस्तीर्थहळ्ळीग्रामाभिजनसुब्बाशास्त्रिभिः संशोधितष्टिप्पण्यादिना समलंकृतश्च
Śrīmajjaiminipraṇīte Mīmāṃsādarśane : prathamādhyāyasya Tarkapādanāmā prathamapādaḥ : Mīmāṃsākaṇṭhīravamīmāṃsāratnetyādipadavībhūṣitaśrīvaidyanāthaśāstripraṇīta Prabhābhidhavyākhyāsametaśābarabhāṣyopetaḥ
श्रीमत् जैमिनि प्रणीते मीमांसा दर्शने : प्रथम अद्यायस्य तर्क पाद नामा प्रथम पादः : मीमांसा कण्ठीरव मीमांसा रत्न इति आदि पदवी भूषित श्री वैद्यनाथ शास्त्रि प्रणीत प्रभा अभिध व्याख्या समेत शाबर भाष्य उपेतः
(आनन्दाश्रमसंस्कृतग्रन्थावलिः ; ग्रन्थाङ्कः 97)
版 | 4. आवृत्तिः |
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出版者 | पुण्याख्यपत्तने : आनन्दाश्रममुद्रणालये |
出版年 | 1994 |
コード類 | 書誌ID=2000804602 NCID=BA79692659 |
書誌詳細を表示
本文言語 | 梵語 |
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大きさ | 7, 24, 126 p. ; 22 cm |
別書名 | 見出しタイトル:श्रीमज्जैमिनिप्रणीतं मीमांसादर्शनम् 異なりアクセスタイトル:श्रीमत् जैमिनि प्रणीते मीमांसा दर्शने : प्रथम अद्यायस्य तर्क पाद नामा प्रथम पादः : मीमांसा कण्ठीरव मीमांसा रत्न इति आदि पदवी भूषित श्री वैद्यनाथ शास्त्रि प्रणीत प्रभा अभिध व्याख्या समेत शाबर भाष्य उपेतः 異なりアクセスタイトル:श्रीमत् जैमिनि प्रणीतम् मीमांसा दर्शनम् 異なりアクセスタイトル:Mīmāṃsādarśana |
一般注記 | In Sanskrit PUB: Puṇyākhyapattane : Ānandāśramamudraṇālaye |
著者標目 | *Jaimini Shastri, Vaidyanath, 1915- Śabarasvāmi Saubbāśāstrī |
件 名 | LCSH:Mimamsa -- Early works to 1800
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LCSH:Jaimini. Mīmāṃsāsūtra |
分 類 | LCC:B132.M5 |
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配架場所 | 巻 次 | 請求記号 | 資料番号 | 状 態 | コメント | ISBN | 刷 年 | 印刷 | 予約 | 利用注記 | 文献取寄 | eDDS |
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本館・書庫・洋書 |
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181.4/AN14/97 | 0571277928 |
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1994 |
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文 インド哲学 |
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181.42/J199 | 0571087176 |
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1994 |
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